Top latest Five bhoot ki kahaniyan Urban news

Wiki Article

जैसे ही पहलवान ने लोहे का डंडा पेड़ पीपल के पेड़ पर मारा तो, पीपल के पेड़ से भूत नीचे उतर आए और पहलवान से लड़ाई झगड़ा करने लगे। 

The body of a woman is discovered buried to the Seashore. Prithvi and Riaz make an effort to tow The ocean-Chook for disposal, but their salvage ship is destroyed. Prithvi is injured preserving a drowning male and sees a woman through a gap within the ship.

उस कुएं के बारे में सभी तरह तरह की बातें करने लगते हैं…

मुखिया जी गांव के कुछ लोगों के साथ उस कुएं के पास जाते हैं वह जाकर देखते हैं कि कुआं पूरा पानी से भरा हुआ है .

TheBridalBox presents information of common character that's suitable for informational purposes only. The material is not really meant to be a substitute for Specialist professional medical advice, analysis, or therapy. Click this link For added details.

This segment requires supplemental citations for verification. Remember to assist strengthen this text by introducing citations to trusted sources On this section. Unsourced substance could be challenged and eradicated.

उस शोरूम के अंडर ग्राउंड में टेलरिंग सेन्टर था जहाँ हम सब कपड़े सिलते थे।कभी कभी मैं देर तक वहाँ मुझे आयी हुई ऑर्डर्स को पूरा करते बैठ जाता था।

किसी न किसी कारण से, हर कोई एक अच्छी डरावनी कहानी पसंद करता है, और इसमें बच्चे भी शामिल हैं । हर उम्र के बच्चे, टॉडलर्स से लेकर किशोरावस्था तक यह कहानियाँ पसंद करते हैं । बच्चों के लिए डरावनी कहानियों के हमारे चयन में न केवल कुछ बहुत छोटी कहानियां शामिल हैं, बल्कि कुछ लंबी कहानियां भी शामिल हैं जहां रहस्य बनता है । इनके अलावा भी कई सारी हॉरर स्टोरी फॉर किड्स यहां उपलब्ध हैं, जिनमें न सिर्फ रोमांच है, बल्कि थोड़ा कॉमेडी का तड़का भी है। 

एक दिन, रात के समय जब सभी बच्चे खेल रहे थे, राजू ने सोचा कि उसे उस हवेली में ले जाना चाहिए जहाँ उसने वह बच्चा पहले बार देखा था। राजू ने अपने दोस्तों को साथ लेकर हवेली की ओर बढ़ते हुए कहा, “हमें देखना चाहिए कि कौन रो रहा है और क्यों?”

उन्होंने कहा था " चिन्नू वह एक अलग प्रकार भूत की कहानी का पिशाच है जो मल खाता है। वह रात को ऐसे शौचालय में आकर मल खाकर फिर उस शौचालय के दीवार पे अपना हात साफ करके जाता है।"

यह भी पढ़ें : विक्रम बेताल की सभी कहानियाँ

ऐसी जगहों पर इन्‍हे महसूस किया जा सकता है। यह रूहें हमेशा अपने आप को आम दुनिया से अलग रखना चाहती है। जब हम कभी किसी ऐसी जगह पर एकांत में होते हैं तो इन रूहों का आभास हमें होता है। इनकी भी प्रकृति बिलकुल सांपों से मिलती जुलती है, जब इंसान के सामने कोई सांप अचानक आ जाता है तो वो इंसानों के पैरों के कदमों के आहट के अनुसार चल कर उस जगह से भागना चाहता है, लेकिन एक शब्‍द जिसे डर कहते हैं उसे इंसानी स्‍वाभाव नहीं छोड़ पाता है और उसके फलस्‍वरूप वो सांप को दुश्‍मन मान कर उन्‍हे छेड़ता है या मार देता है। असली भूत की कहानी।

ऐसे ही, एक दिन की बात है जब हम सभी खाना खाकर रात में बालकनी में बैठे बातें कर रहे थे कि तभी मेरी मौसी का लड़का हमसे कहने लगा कि किसी में इतनी हिम्मत है कि वो रात के इस समय में इस जंगल के अंदर जाये।

जब उन्होंने जंगल में प्रवेश किया तो देखा, सूरज की रोशनी पेड़ के घने पत्तो से संघर्ष करते  हुए जमीन पर गिर रही थी। जंगल एकदम शांत था। उनको डर भी बहोत लग रहा था, लेकिन उनकी उत्तेजना ने उन्हें आगे बढ़ाया। कभी-कभार उल्लू की आवाज को छोड़कर जंगल में सन्नाटा था।

Report this wiki page